PUNJAB: लुधियाना में आप नेता की गोली मारकर हत्या, हमलावरों ने तीन गोलियां दागीं
PUNJAB: लुधियाना के इकोलाहा गांव में सोमवार शाम एक दुखद घटना सामने आई जब अज्ञात हमलावरों ने आम आदमी पार्टी के किसान विंग के खन्ना यूनिट के अध्यक्ष तरलोचन सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी। बताया जा रहा है कि 56 वर्षीय तरलोचन सिंह, जो इकोलाहा के निवासी थे, जब अपने खेत से घर लौट रहे थे, तब उन पर यह हमला हुआ। हमलावरों ने उन पर तीन गोलियां दागीं, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
घटना का विवरण
यह हृदयविदारक घटना खन्ना-मलेरकोटला रोड पर स्थित इकोलाहा गांव में हुई। सोमवार की शाम तरलोचन सिंह अपने खेत से लौट रहे थे। अचानक अज्ञात हमलावरों ने उन पर गोलीबारी कर दी। इस हमले में तरलोचन सिंह बुरी तरह घायल हो गए और खून से लथपथ सड़क किनारे गिर पड़े।
बेटे ने बताया घटना का दृश्य
तरलोचन सिंह के बेटे हरप्रीत सिंह ने पुलिस को बताया कि जब वह मौके पर पहुंचे तो उनके पिता सड़क किनारे खून से लथपथ पड़े थे। हरप्रीत सिंह ने स्थानीय लोगों की मदद से उन्हें तुरंत सिविल अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस दुखद घटना ने पूरे गांव को शोक में डुबो दिया।
राजनैतिक पृष्ठभूमि और संभावित कारण
तरलोचन सिंह पिछले पंचायत चुनाव में सरपंच पद के लिए उम्मीदवार थे, लेकिन वे चुनाव हार गए थे। इस बार भी वे पंचायत चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे। उनके राजनीतिक सक्रियता और आगामी चुनाव में उनकी संभावित उम्मीदवारी के चलते उनकी हत्या के पीछे राजनैतिक कारणों का भी अंदेशा जताया जा रहा है। हालांकि, पुलिस इस मामले में हर पहलू की जांच कर रही है।
पुलिस की कार्यवाही और जांच
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू की। पुलिस ने तरलोचन सिंह के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और हमलावरों की तलाश में जुट गई है। पुलिस इस हत्या को व्यक्तिगत दुश्मनी, राजनैतिक रंजिश और अन्य संभावित कारणों के दृष्टिकोण से जांच कर रही है।
ग्रामीणों में आक्रोश और डर का माहौल
तरलोचन सिंह की हत्या से इकोलाहा गांव के लोगों में आक्रोश और डर का माहौल है। गांव के लोग इस घटना से स्तब्ध हैं और न्याय की मांग कर रहे हैं। स्थानीय नेताओं ने भी इस घटना की निंदा की है और दोषियों को जल्द से जल्द पकड़ने की मांग की है।
सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल
इस घटना ने एक बार फिर से गांवों में कानून व्यवस्था और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। लोगों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए हैं।